Toyota Century: जापान की ऑटोमोबाइल दिग्गज Toyota Motor Corporation ने अपने प्रतिष्ठित Century नामक मॉडल लाइन को एक नए दौर में ले जाने का बड़ा फैसला किया है। अब Century सिर्फ एक मॉडल नहीं रहेगी, बल्कि यह एक स्वतंत्र अल्ट्रा-लक्जरी ब्रांड के रूप में स्थापित हो रही है, जिसका लक्ष्य है ब्लैंटली, रोल्स-रॉयस जैसी लक्जरी गाड़ियों से मुकाबला करना।
यह ब्रांड रूपांतरण 31 अक्तूबर को टोक्यो में शुरू होने वाले Japan Mobility Show के अवसर पर घोषित किया गया।
ब्रांड की विरासत और महत्व
Toyota Century नाम पहली बार 1967 में पेश किया गया था, जब Toyota के संस्थापक Sakichi Toyoda की सौवीं जयंती का जश्न मनाया गया था। उस समय से यह मॉडल जापानी उच्च-वर्ग, शाही परिवार के सदस्यों और बड़े उद्यमियों के लिए लक्जरी एवं आत्म-शक्ति का प्रतीक बन गया था।
इसमें सिलाई-कुशी craftsmanship, शांत चलने का अनुभव और जापानी सौम्यता (Japanese restraint) की झलक थी — ऐसे गुण जो इसे विलासिता के प्रतीक बनाते रहे।
नई ब्रांड रणनीति – क्यों और कैसे?
Toyota के अध्यक्ष Akio Toyoda ने स्पष्ट किया कि “जब हम और ऊँचाई पर जा रहे हैं, तो हमें कुछ ऐसा चाहिए जो न Toyota हो, न Lexus — बल्कि उसके ऊपर कुछ।” Nippon+1 इसलिए Century को Lexus के ऊपर एक विशेष ब्रांड बनाने का निर्णय लिया गया।
ब्रांडिंग प्रमुख Simon Humphreys ने कहा कि Lexus अब “पायनियर” की भूमिका निभाएगा, जबकि Century पूरी तरह से अभूतपूर्व विशेषता और शिल्प-कला (exclusivity and craftsmanship) पर केंद्रित होगा।
Toyota Century मॉडल तथा आने वाले प्रॉडक्ट
अभी Toyota Century ब्रांड के अंतर्गत दो प्रमुख मॉडल हैं:
- एक सैडान, जो 5.0-लीटर V8 हाइब्रिड इंजन से संचालित है।
- एक SUV, 3.5-लीटर V6 प्लग-इन हाइब्रिड सिस्टम के साथ, जो 2023 में आया था। The Times of India+1
इसके अलावा, Concept मॉडल “One of One” नाम से तैयार है — जिसमें रूफ-लाइन, स्लीक कूपे-स्टाइल बॉडी, स्लाइडिंग डोर्स और बैक विंडो का अभाव जैसे तत्व दिखाए गए हैं, यह संकेत देते हैं कि ब्रांड अब पारंपरिक से हटकर कुछ बेहद अलग ले जा रहा है।
रणनीतिक महत्व और वैश्विक तैयारी
इस कदम के पीछे Toyota का लक्ष्य सिर्फ मॉडल-अपग्रेड नहीं, बल्कि ब्रांड की प्रतिष्ठा पुनर्स्थापित करना है। Toyota Century Century को Toyota की लक्जरी पिरामिड में शीर्ष पर रखा गया है — Lexus के ऊपर।
ब्रांड की योजना यह भी है कि यह वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करे — विशेष रूप से उन ग्राहकों के बीच जो रोल्स-रॉयस, बेंटले जैसी गाड़ियाँ चुनते हैं।
भारत तथा भारतीय बाजार के लिए क्या मायने रखती है?
भारत में भी यदि Century ब्रांड आने की स्थिति में हो तो यह बेहद महत्वपूर्ण होगा क्योंकि:
- भारतीय लक्जरी बाजार तेजी से बढ़ रहा है।
- इन ग्राहक-वर्गों में विशेषता (exclusivity), हस्त-शिल्प (craftsmanship) और ब्रांड वैल्यू (brand value) बहुत मायने रखती है।
- Toyota की भरोसेमंद छवि और सेल्स-सर्विस नेटवर्क इसे एक विश्वास-योग्य विकल्प बनाते हैं।
यदि आप भारत में Luxus से ऊपर की श्रेणी में गाड़ी लेना चाहते हैं, तो Century की तरह-किस्म की ऑफ़र वहाँ एक नई दिशा दिखा सकती है।
निष्कर्ष
Toyota का यह कदम सिर्फ एक नई मॉडल पेश करने जैसा नहीं है — यह लक्जरी ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में उसके दृष्टिकोण को पुनर्परिभाषित करने जैसा है। Toyota Century Century नाम न सिर्फ एक मॉडल था, बल्कि अब एक ब्रांड आइकन बनने जा रहा है — जहां दक्षता (efficiency), शिल्प-कला (craftsmanship), विशिष्टता (exclusivity) और जापानी धरोहर (heritage) एक साथ मिलेंगे।
यदि आप उस ऊँची श्रेणी के गाड़ी प्रेमी हैं, जो सिर्फ “एक वाहन” नहीं चाहते बल्कि “अनुभव” चाहते हैं — तो Century ब्रांड आपकी नजर में आ सकता है।